khubsurti par shayari in hindi, खूबसूरत शायरी इन हिंदी|

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका www.ishqwalapyar.in की इस पोस्ट में, जिसमे हम लेकर आये हैं| आपके लिए प्रेमिका की ख़ूबसूरती की तारीफ़ में कही जाने वाली सबसे बेहतरीन शायरियों का संग्रह। इस पोस्ट की सभी शायरियाँ दिल को छूने वाली हैं, जो आपको ज़रूर पसंद आएँगी। तो चलिये| पोस्ट में आगे बढ़िये और प्रेमिका की ख़ूबसूरती में नीचे लिखी शायरी को अपनी प्रेमिका तक पहुँचाइये। 

khubsurti par shayari in hindi
khubsurti par shayari in hindi

तुम हक़ीकत नहीं हो हसरत हो,
जो मिले ख़्वाब में वही दौलत हो,
किस लिए देखती हो आईना,
तुम तो खुदा से भी ज्यादा खूबसूरत हो।

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जरा उतर के देख मेरे दिल की गहराइयों में,
कि तुझे भी मेरे जज़्बात का पता चले,
दिल करता है चाँद को खड़ा कर दूं तेरे आगे,
जरा उसे भी तो अपनी औकात का पता चले।

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कुछ इस तरह से वो मुस्कुराते हैं,
कि परेशान लोग उन्हें देख कर खुश हो जाते हैं,
उनकी बातों का अजी क्या कहिये,
अल्फ़ाज़ फूल बनकर होंठों से निकल आते हैं।

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हसी फूलों को आती है,
जब आप मुस्कुराते हो,
हमारी दुनिया बदल जाती है,
जब आप मुस्कुराते हो,
आपकी मुस्कुराहट के आगे भला,
क्या चाँद की रौनक,
हुज़ूर खुद चाँद भी शरमाता है।

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कातिल तेरी अदाओं ने लूटा है,
मुझे तेरी जफ़ाओं ने लूटा है,
शौक नही था मुझे मर मिटने का,
मुझे तो इन नशीली निगाहों ने लूटा हैं।

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मुझे देख कर तेरा मुस्कुरा देना,
मुझे कई सारे सपने दिखा जाता है,
तेरे संग ज़िन्दगी गुजारूं,
मेरी हर धड़कन कह जाती है।

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जरा संभल कर रहना यारों,
तारीफों के पुल के नीचे,
मतलब का दरिया बहता है,
जरूरत पड़ने पर खुदा भी सलाम कहता है।

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सुन्दर हो न हो,सादगी होनी चाहिए,
खुशबू हो न हो, महक होनी चाहिए,
रिश्ता हो न हो, बंदगी होनी चाहिए,
मुलाकात हो न हो, बाते होनी चाहिए।

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कितनी खूबसूरत हैं आँखें तुम्हारी,
बना दीजिये इनको किस्मत हमारी,
इस ज़िंदगी में हमें और क्या चाहिए,
अगर मिल जाए मोहब्बत तुम्हारी।

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वो निगाहों से यूँ शरारत करते हैं,
अपनी अदा से भी कयामत करते हैं,
निगाहें उनकी भी चेहरे से हटती नहीं,
और वो हमारी नज़रो से शिकायत करते हैं।

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तेरे इशारों पर मैं नाचूं क्या जादू ये तुम्हारा है,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।

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गले मिला है वो मस्त-ए-शबाब बरसों में,
हुआ है दिल को सुरूर-ए-शराब बरसों में,
निगाह-ए-मस्त से उसकी हुआ ये हाल मेरा,
कि जैसे पी हो किसी ने शराब बरसों में।

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तेरे गुस्से पर भी आज हमें प्यार आया है..
चलो कोई तो है.. जिसने इतने हक से, हमें धमकाया है..!!

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क्या हुस्न ने समझा है क्या इश्क़ ने जाना है |
हम ख़ाक-नशीनों की ठोकर में ज़माना है |

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तेरे हुस्न से मिली है,
मेरे इश्क़ को ये शौहरत।
मुझे जनता ही कौन था,
तेरी आशिक़ी से पहले।

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चाँद के दीदार को तुम.....
छत पर क्या चले आए,
शहर में ईद की तारीख़,
मुकम्मल हो गई

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तेरी खुशबू से दूर जाने का जी नहीं करता।
तेरी बाहों को छोड जाने का जी नहीं करता।।
मौत भी बहुत खूबसूरत है तुझसे,
लेकिन तुझको इस जालिम दुनिया में अकेला छोड जाने को
जी नहीं करता।।।।

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बहुत ही खूबसूरत
लम्हा था वो…
जब उसने कहा था।
मुझे तुमसे मोहब्बत है
और तुमसे ही रहेगी।

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आप को इस दिल में उतार लेने को जी चाहता है,
खूबसूरत से फूलो में डूब जाने को जी चाहता है,
आपका साथ पाकर हम भूल गए सब मैखाने,
क्योकि उन मैखानो में भी आपका ही चेहरा नज़र आता है….

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सोच रहा हूँ.... तेरी तारीफ़ में क्या लिखूँ
पानी भी जो देखे तुझे तो.... प्यासा हो जाए

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अगर हमें लिखना आता
तो तारीफ़ तेरी बेहिसाब लिख देते
 अगर होते हम शायर
तो तेरे हुस्न पर एक किताब लिख देते

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ये दिल्लगी ये शोखियाँ सलाम की
यहीं तो बात हो रही है काम की
कोई तो मुड़ के देख लेगा इस तरफ़
कोई नज़र तो होगी मेरे नाम की

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कहाँ से लाऊं वो शब्द जो तेरी तारीफ के क़ाबिल हो…
कहाँ से लाऊं वो चाँद जिसमें तेरी ख़ूबसूरती शामिल हो..
ए मेरे बेवफा सनम एक बार बता दे मुझकों..
कहाँ से लाऊं वो किस्मत जिसमें तू बस मुझे हांसिल हो…

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मेरे लफ़्ज़ों में है,
तारीफ़... एक चेहरे की
मेरे मेहबूब की मुस्कुराहट से...
चलती है.... शायरी मेरी 

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