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 Shayari pyar bhari:-

क्या आप हिंदी  में प्यार भरी शायरी खोज रहे हैं? अगर हाँ! तो यह आपके लिए एकदम सही जगह है। यहां जीवन पर 50+ प्यार भरी शायरी  प्रेरक छवियों, चित्रों और तस्वीरों के साथ साझा किए गए हैं।

आप जानते हैं कि प्रेरक उद्धरण और प्रेरक बातें जीवन के बारे में हमारे महसूस करने के तरीके को बदलने की अद्भुत क्षमता रखती हैं। हमें उम्मीद है कि आपको एक अच्छा और सरल जीवन जीने के लिए आवश्यक प्रेरणा मिलेगी। आनंद लेना!

यदि आप देखते हैं, जिस तरह  आप अपने बारे में सोचते हैं और महसूस करते हैं, जिसमें आपका  विश्वास और अपेक्षाएं शामिल हैं कि आपके लिए क्या वह सही  है, यह आपके साथ होने वाली हर फीलिंग को निर्धारित करती  है।

यदि  आप अपनी सोच की गुणवत्ता बदलते हैं, तो आप सवय  के जीवन की गुणवत्ता को बदलते हैं, कभी-कभी तुरंत। जिस तरह सकारात्मक शब्द किसी को मुस्कराहट दे सकते  हैं या एक अच्छी तरह से हास्यपूर्ण उद्धरण किसी को हंसा सकता है, हमारे प्यार भरे शब्द किसी के दिल जीतने में सहायक होते हैं। पोस्ट का आनंद उठाये और हमे भी कमेंट करके बताये की आपको इस पोस्ट से क्या सिखने को मिला |

Shayari Pyar ki

बेवजह जज़्बातों को जगाते ही क्यूँ हो,
गर यकीं नहीं तो दिल लगाते ही क्यूँ हो!

जब आकर चले जाना फितरत में है तेरी,
तो बेवजह जिन्दगी में आते ही क्यूँ हो!

अपना नहीं सकते जिसे उम्रभर के लिए,
उसे जमाने से अपना बताते ही क्यूँ हो!

जिन रिश्तों को समेटना आता नहीं तुम्हें,
उन रिश्तों को फिर आजमाते ही क्यूँ हो!

जब वजह दे नहीं सकते पलभर मुस्कुराने की,
तो खामखां इस तरह से रुलाते ही क्यूँ हो!

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Shayari pyar bhari


एक तू ही है जिसे
हर किस्सा सुनाने को जी चाहता हैं..!

वरना यूं तो हमारे
लफ्ज सुनने को दुनिया बेताब हैं....!!

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काश तुम यहाँ मेरे पास होते ,
तो इन पलों की बात कुछ और होती ,

यूँ तो देख लेते हैं हम तुम्हें , कभी तस्वीर में ,
 तो कभी विडियो कॉल पर , 
पर तुम्हारा हाथ थाम कर , 
तुम्हें निहारने की बात ही कुछ और होती ,

यूँ तो फ़ोन पर कर लेते हैं बातें हम ,
 पर तुम्हारे बाल संवारते हुए तुम्हारे दिल का हाल सुनने की बात ही कुछ और होती ,

यूँ तो खोये रहते हैं हम तेरे ख्यालों में , 
पर तेरी आँखों में खो जाने की बात ही कुछ और होती,

 यूँ तो तुमसे ज्यादा करीब इस दिल के कोई नहीं ,
 पर तुम्हे बाहों में भरके तुम्हारे और करीब आने की बात ही कुछ और होती , 
काश तुम यहाँ मेरे पास होते तो इन पलों की बात ही कुछ और होती ..

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मेरी हर खुशी हर बात तेरी है
साँसों मे छुपी ये हयात तेरी है...
दो पल भी नही रह सकते तेरे बिन,
धड़कनो की धड़कती हर आवाज़ तेरी है.

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प्यार तो सिर्फ प्यार है..
                       क्या पूरा क्या आधा..
दोनों की ही चाहत बेमिसाल..
                       क्या मीरा क्या राधा ....
 सच्चा प्रेम कभी ....
               खत्म नही होता..
             और
जो खत्म हो जाये....
                        वो प्रेम नही होता..

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ख़ुशबू जैसे लोग मिले अफ़्साने में
एक पुराना ख़त खोला अनजाने में

शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में

रात गुज़रते शायद थोड़ा वक़्त लगे
धूप उन्डेलो थोड़ी सी पैमाने में

जाने किस का ज़िक्र है इस अफ़्साने में
दर्द मज़े लेता है जो दोहराने में

दिल पर दस्तक देने कौन आ निकला है
किस की आहट सुनता हूँ वीराने में

हम इस मोड़ से उठ कर अगले मोड़ चले
उन को शायद उम्र लगेगी आने में....

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तेरी बिखरी जुल्फों को सावारूँगा,
तुझे जल्दी अपना कह के पुकारूंगा,

लोग जल जायगे तुझे मेरा देख कर देखना
और में तुझे इस तरह से अपनी शायरी में उतारूंगा....

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गलतियों से जुदा तू भी नहीं और मैं भी नहीं,
दोनों इंसान हैं खुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं।

गलतफहमियों ने कर दी दोनों में पैदा दूरियां,
वरना फितरत का बुरा तू भी नहीं मैं भी नहीं।

अपने अपने रास्तों पे दोनो का सफ़र जारी रहा,
एक लम्हें को रुका तु भी नहीं मैं भी नहीं ।

चाहते बहुत थे दोनों एक दूसरे को
मगर ये हक़ीक़त मानता तु भी नहीं मैं भी नहीं।

गलतियों से जुदा तू भी नहीं और मैं भी नहीं,
दोनों इंसान हैं ख़ुदा तू भी नहीं, मैं भी नहीं।

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shayari pyar ki

ये नही की रब मेरी दुआ क़बूल करे
ज़िद नही की उसे मेरा ही करे ...,

मुझे अगर मोहब्बत हो तो उसी से हो
ये नही की मेरी कहानी पूरी करे ...!!

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कौन कहता है ख़ामोशियां
ख़ामोश होती हैं!!

कभी ख़ामोशियों को
ख़ामोशी से सुनो!!

ख़ामोशियां वो कह देंगी
जिनकी लफ़्ज़ों में तलाश होती है|

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वो सिलसिले वो शौक
वो गुरबत ना रही
          
फिर यूं हुआ के दर्द
में शिद्दत ना रही

अपनी जिंदगी में हो ग्ए
मशरूफ इतना

कि हमको याद करने कि
फुरसत ना रही|
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Suno

वजह बिछड़ने की कुछ
और थी कुछ और बताते
रहे

वो मेरा अपना इश्क था
जो कुछ ज्यादा ही सताते
रहे..
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बिखर जाऊं मैं तेरी जुल्फ सा ,
 तुम थोड़ा मुझे भी सँवार लेना|
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दिल तक पहुँचने का रास्ता,
वफ़ा के समंदर से होकर गुजरता है।

हर लहर पे नाव बदलने वाले,
मंजिल तक नही पहुँचा करते।।
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इन सितारों को कया हुआ,
ये टूट क्यों रहें हैं,,
इन अपनों को क्या हुआ,,
ये रूठ क्यों रहें हैं,,
कमाई दौलत मोहबत की जिन्हें अपना समजकर,,
वो गैर बनकर हमें लूट क्यों रहें हैं,,
फनाह की है उम्र हमने आशिकी में जिनकी,,
कुश लम्हों का मांग वो सबूत क्यों रहें हैं,,
शोड दिया है बस जिंदा लाश बनाकर हमें,,
संधू कतिल ख़ुद हैं, फिर बोल झूठ क्यों रहें हैं,,

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हमने जा कर देख लिया है
हद-ऐ-नज़र से आगे भी

रह ग़ुज़र ही रह ग़ुज़र है
रह ग़ुज़र से आगे भी
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एक तू ही है जिसे
हर किस्सा सुनाने को जी चाहता हैं..!

वरना यूं तो हमारे
लफ्ज सुनने को दुनिया बेताब हैं....!!
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बेवजह जज़्बातों को जगाते ही क्यूँ हो,
गर यकीं नहीं तो दिल लगाते ही क्यूँ हो!

जब आकर चले जाना फितरत में है तेरी,
तो बेवजह जिन्दगी में आते ही क्यूँ हो!

अपना नहीं सकते जिसे उम्रभर के लिए,
उसे जमाने से अपना बताते ही क्यूँ हो!

जिन रिश्तों को समेटना आता नहीं तुम्हें,
उन रिश्तों को फिर आजमाते ही क्यूँ हो!

जब वजह दे नहीं सकते पलभर मुस्कुराने की,
तो खामखां इस तरह से रुलाते ही क्यूँ हो!
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मैं तुमसे प्रेम मांगती हूं बिल्कुल उसी हक़ से,

जिस तरह युवा रोजगार मांगते है सरकार से।
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मेरी हर खुशी हर बात तेरी है
साँसों मे छुपी ये हयात तेरी है...
दो पल भी नही रह सकते तेरे बिन,
धड़कनो की धड़कती हर आवाज़ तेरी है|
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तुम्हारे दिवाने हैं
तुम्हें बताएं कैसे
और छुपाएं कैसे

साँसे ये तूने दी है
दिल मे तुम बसती हो
दुनियाँ से रिश्ते
निभाए कैसे...

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सच्चा हमसफ़र चेहरे का नहीं
    दिल का दीवाना होता है,,,
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तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है ऐ सनम
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा तू न लगा,
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है।
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जब से देखा है आपकी आँखों में झाँककर
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता
आपके प्रेम में ऐसे हुई हूँ दीवानी में 
कोई और देखे आपको तो अच्छा नहीं लगता|
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मोहब्बत में जो सुकून है वो ओर कहाँ से लाऊँगा,,,
तुझे देखे बिना तो एक दिन वैसे भी मर जाऊँगा।।।
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तू चाहता है तेरी हुकूमत बनाना,
तू चाहता है बादशाह होना,
पर याद रख एक बात,
पूरे कायनात पर हुकूमत एक की ही चलती है,
तू तो महज एक प्यादा है।
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उड़ना तो मैं भी चाहती हूं ऊंचे आसमां में,
पर फासला बहुत दूर तक तय करना पड़ता हैं अपनी चाहत की फिराक में।

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Shayari pyar bhari


एक मुहोब्बत क्या तुमसे होगई,
तुम्हारी एक झलक के बिना लाचार सा महसूस होता हैं।

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इश्क़ वो आग हैं जो बेरहमी से जला देती हैं,
ढूंढने निकलोगे निशां तो जनाब खुफिया हो जाना इसकी खासियत हैं।

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रात भर करवटें बदलते रहे हम,
कुछ यादें थी कड़वी उनसे बचते रहे हम,
कई बार ठोकरे खाई, कई बार हार का स्वाद चखा,
फिर भी लाजमी हैं कि जिंदगी के जंग से मुख़ातिब हो रहे हैं हम।

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मुहोब्बत में उनकी हमने सब कुछ मंजूर किया ,
उन्होंने गम दिया, खुशी दी हमने बस कबूल हैं कहा।

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ये इश्क , मुहोब्बत हमारे बस की बात नही हैं,
बस हम तुम्हे चाहते हैं, दिलोजान से चाहते हैं।

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तब्दीलियाँ जिंदगी को जिंदा रखती हैं,
मगरूरीयाँ जिंदा रिश्ते को मार देती हैं,
गुरुर वतन का हो तो समझ सकते हैं,
पर गुरुर सरहद का फ़क़त तबाही लाती हैं।

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मुहोब्बत हैं,
अंधाधुन हैं,
तुमसे हैं,
बेशुमार हैं,
खामोशी है,
तेरे इश्क़ का शोर भी हैं,
जो भी हैं
बस तुमसेही हैं,
तू हैं नही कही,
पर मुझमे शामिल हर पल हैं,
यूं तो कभी बताती नही,
पर दिल के हर कोने में बस तू ही तू हैं।
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महफिलों में जाया करे हुजूर,
कई राज दफ्न होते हैं,
कई राजोंपरसे पर्दा उठता हैं।
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Shayari pyar bhari


कान्हा ने मेरे बन्सी ,
मुझे बुलाने के लिए बजायी हैं,
कैसे आउ भला मैं,
धुन सुन बन्सी की वृन्दा उसमें मगन होगयी हैं।
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मैं तुम्हे बताना चाहती हूँ कि तुम मेरे लिए क्या हो,
पर वो अल्फाज कहासे लाऊ जो तुम्हारी अहमियत को लफ़्जोंमे पिरो पाए।

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मुहोब्बत अपने किरदार खुद चुनती हैं,
मुक्कदर में नही जिनका साथ मेहबूब वो उसीको कहती हैं।

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माना तुमसे कभी मुझे मुहोब्बत की चाह थी,
पर सुन अब ये दिल तेरी फेकी हुई मुहोब्बत का मोहताज नही।

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Shayari pyar bhari


तुम सितम पर सितम करो,
और मैं उफ्फ तक ना करूँ,
पर तुम अगर मुझे छोड़ने की भी सोचो,
फिर मैं तुम्हारी जान भी लेलु😜
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वक़्त की कमी हैं मेरे पास,
इतना खोया रहता हूँ मैं तुम्हारे आस पास।
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फ़क़त तुम गले लगालो,
आँसू अपना काम खुद करलेंगे...
फ़क़त तुम नाम पुकारलो,
पैर हमारे तुम्हारी तरफ मूड ही जाएँगे।
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किसको कितनी एहमियत देनी हैं ये तो खुद को तय करना पड़ता हैं,
मौसम पतझड़ का हो तो पत्ते तक पेड़ का घर छोड़ देते हैं।
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Shayari pyar bhari

एक बात कहूँ,
मुस्कान पर तो दुनिया मरती हैं,
कोई तुम्हारे आँसू पौंछ पाए तो बताना।
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आओ,
कुछ पल आराम से बैठते हैं,
कुछ जिंदगी की बातें करते हैं।

सुना हैं बहुत काम मे उलझे रहते हो,
बताओ परिवार से मुलाक़ात तो होती हैं ना?

सुना हैं तुमने नया घर लिया हैं अपनी मेहनत की कमाई से,
वाकई घर , घर जैसा तो लगता हैं ना?

सुना है माँ- बाप से अलग रहते हो,
बताओ तुम्हें सुकून तो मिलता हैं ना?

सुना हैं तुम्हारी शादी होगई हैं,
बताओ कुछ वक्त अपनी बीवी के नाम लिखते हो ना?

सुना हैं तुम्हे 2 बच्चे भी हैं,
बताओ तुम उनसे उनके उम्र के होके मिलते तो हो ना?

सुना हैं तुम अब रिटायर होनेकी कगार पर हो,
बताओ कुछ जिंदगी से अपनी खुश तो हो ना??
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Shayari pyar bhari

वक़्त बेवक़्त आही जाती है,
याद तुम्हारी.....
इतने खाली हो क्या ???
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वो जो चाँद पर चंद दाग है ना,
बस उसीकी वजहसे उसको कभी किसीकी नजर नही लगती....
और वो आपके चेहरे पर जो एक तिल हैं ना,
बस उसीकी वजहसे आपके चेहरे से हमारी नजर नही हटती।
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हर बात जुबां से बया नही होती,
हर किसीको बयाँ की हुई बाते समझ नही आती,
सबको अपना प्यार मिल जाए सुनने में अच्छा लगता हैं,
खैर हर किसीकी किस्मत तिलिस्म से लिखी नही जाती।

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बातोंमें उनकी अदब थी,
इशारोंमें उनकी अदा थी,
 क्या ही कहने हैं उनके जनाब,
इस नाचीज पर वो फिदा थी।
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शायरोंकी महफ़िल में मुहोब्बत की बातें हो रही थी,
और मेरी जान बदनामी के डर से अपना आँचल छुपा बैठी।

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कुछ पल सुकून की नींद हासिल हो,
कभी तो मुझे तुम्हारे बाँहोंके सहारे नसीब हो।

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