अल्लामा इकबाल शायरी इन हिंदी
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अल्लामा इकबाल शायरी इन हिंदी |
हेल्लो दोस्तों आज में इस पोस्ट में लेकर आया हूँ कुछ खास, अगर आप ने shayari को पढ़ा है तो आप अल्लामा इक़बाल को जरूर जानते होंगे |अगर आप अल्लामा इक़बाल को नहीं जानते तो हकीकत में आपने शायरी का मतलब ही नहीं जाना। अल्लामा इक़बाल को शायरी का बादशाह माना जाता है| यहाँ तक की लोग ये भी कहते है की अल्लामा इक़बाल की शायरी आप किसी भी दौर में पड़ोगे तो आप को ऐसा लगेगा की शायरी इसी दौर की लिखी होइ है। तो पेश करते है | अल्लामा इकबाल की शायरी इन हिंदी में आशा करता हूँ की आपको पसंद आएँगी पोस्ट पसंद आये तो आगे शेयर जरुर करे और इस वेबसाइट को follow करे |
“इश्क़ तेरी इन्तेहाँ इश्क़ मेरी इन्तेहाँ,
तू भी अभी ना-तमाम मैं भी अभी ना-तमाम।“
अल्लामा इकबाल
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“मोहब्बत की तमन्ना है तो फिर वो वस्फ़ पैदा कर,
जहाँ से इश्क चलता है वहाँ तक नाम पैदा कर।“
अल्लामा इकबाल
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“इश्क़ भी हो हिजाब में हुस्न भी हो हिजाब में,
या तो ख़ुद आश्कार हो या मुझे आश्कार कर।“
अल्लामा इकबाल
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“फ़क़त निगाह से होता है फ़ैसला दिल का,
न हो निगाह में शोख़ी तो दिलबरी क्या है।“
अल्लामा इकबाल
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“100 बार कहां मैंने इंकार है मोहब्बत से
हर बार सदा अाई तुम दिल से नहीं कहते|”
अल्लामा इकबाल
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“उम्र भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमत रही ,
में
तेरी खिदमत के काबिल हुआ तो तू चल बसी ..|”
अल्लामा इकबाल
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“अच्छा है दिल के साथ रहे पासबान -ए - अक्ल,
लेकिन कभी कभी इसे तन्हा भी छोड़ दे ..|”
अल्लामा इकबाल
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‘गला तो घोंट दिया अहल -ए - मदरसा ने तेरा ,
कहाँ
से आये सदा ला इल -ल्ल्लाह .....|”
अल्लामा इकबाल
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“जमीर जाग ही जाता है अगर जिंदा हो इकबाल
कभी गुनाह से पहले तो कभी गुनाह के बाद..|”
अल्लामा इकबाल
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“सजदो से तेरा क्या हुआ सदियां गुजर गई
दुनिया तेरी बदल दे वह सजदा तलाश कर |”
अल्लामा इकबाल
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“अगर खो गया एक नशेमन तो क्या गम
मकामात -ऐ -आह ओ फ़िगन और भी है |”
अल्लामा इकबाल
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“ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले
ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या
है..|”
अल्लामा इकबाल
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में आशा करता हु की आपको शायरी पसंद आई होंगी | इस पोस्ट को जय से जय अपने फ्रेंड्स में शेयर करे जिससे वह भी इन शायरी का आनंद उठा सके |
1 Comments
Very nice shayari Esi hi post krte rahiye aapki shayari bhut pasand aati hai bhai
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